सोमवार, 29 अगस्त 2011

स्वनिर्मित जाल ...

भ्रम तो हमारा स्वनिर्मित जाल है
चूंकि हम खुद की सोच से मुक्त नहीं हो पाते , तो एक भ्रम की रचना कर लेते हैं .!


- रश्मि प्रभा

8 टिप्‍पणियां:

  1. बहुत-बहुत बधाई |

    सुन्दर प्रस्तुति ||

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  2. भ्रम का भ्रम ही टूट रहा है।

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यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...