आपके इस बेहतरीन विचार ने तो नि:शब्द कर दिया ...गहन भाव लिये उत्कृष्ट प्रस्तुति ।
सत्य प्रकाशित
सच कहा ... वैसे तो इंसान एक बूँद भी बन जाये तो जीवन सार्थक है ...
वाह असली मोतियों की माला है यह ब्लॉग
किसका सच किसने जाना ...नदी के बहाव को नहीं समझते , तो समन्दर बन जाने की ख्वाहिश मिथ्या ही है!
true !!!
bahot sahi.
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
आपके इस बेहतरीन विचार ने तो नि:शब्द कर दिया ...गहन भाव लिये उत्कृष्ट प्रस्तुति ।
जवाब देंहटाएंसत्य प्रकाशित
जवाब देंहटाएंसच कहा ... वैसे तो इंसान एक बूँद भी बन जाये तो जीवन सार्थक है ...
जवाब देंहटाएंवाह असली मोतियों की माला है यह ब्लॉग
जवाब देंहटाएंकिसका सच किसने जाना ...
जवाब देंहटाएंनदी के बहाव को नहीं समझते , तो समन्दर बन जाने की ख्वाहिश मिथ्या ही है!
true !!!
जवाब देंहटाएंbahot sahi.
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