शुक्रवार, 30 सितंबर 2011
नर्क का विज्ञापन ....!!!
अहम् को संतुष्ट करनेवाले लोग
नर्क का
विज्ञापन
करनेवाले होते हैं ...!!!
- रश्मि प्रभा
गुरुवार, 29 सितंबर 2011
एक पल में ...
एक
पल
में
यदि
बहुत
कुछ
खोता
है
तो
कुछ
ऐसा
मिलता
है
जो
अनमोल
होता
है
...!!!
- रश्मि प्रभा
बुधवार, 28 सितंबर 2011
चाह ही उपयुक्त नहीं थी ....
जो हम चाहते हैं उसके नहीं मिलने पर दुखी हो जाते हैं
यह सोचने की कोशिश ही नहीं करते कि वह चाह ही उपयुक्त नहीं थी ....!!!
- रश्मि प्रभा
मंगलवार, 27 सितंबर 2011
प्यार ...
प्यार की न आलोचना हो सकती है न समालोचना
प्यार किसी भी खेल में किसी भी मंच पर हार जीत के लिए नहीं खड़ा होता ...!!!
- रश्मि प्रभा
सोमवार, 26 सितंबर 2011
सपनों की नींव ...!!!
अपने सपनों की नींव होती है
दूसरों से मिले सपने बंजारे होते हैं ...!!!
- रश्मि प्रभा
शनिवार, 24 सितंबर 2011
हौसलों की पगडण्डी ....
बढ़े हुए कदम कभी पीछे नहीं होते
आगे जब कुछ नज़र नहीं आता
तो हौसलों की पगडण्डी बन जाती है...!!!
- रश्मि प्रभा
शुक्रवार, 23 सितंबर 2011
सिकंदर नहीं होता ........!!
दो मिनट में हवाईमहल,बग़ावत,शिकस्त आसान है
पर
वह सिकंदर नहीं होता ........!!
- रश्मि प्रभा
गुरुवार, 22 सितंबर 2011
प्रशंसा ...
प्रशंसा तो सभी चाहते हैं
करने से प्रायः कतराते हैं ...!!!
- रश्मि प्रभा
बुधवार, 21 सितंबर 2011
कई विकल्प ....
समझदार लोग रिश्ते तोड़ते नहीं
सामनेवाले के पास रिश्ते तोड़ने के
खामोश हो जाने के कई विकल्प
देते
हैं ....!!!
- रश्मि प्रभा
सोमवार, 19 सितंबर 2011
खोने का मार्ग ....
हम सिर्फ पाना चाहते हैं
पर तत्परता से खोने का मार्ग
खोलते
जाते हैं....!!
रश्मि प्रभा
शनिवार, 17 सितंबर 2011
यकीन रखो खुद पर .....!!!
ख़ास जगहों पर मिलते जब कोई तुममें नुक्स निकालता रहे
तो यकीन रखो खुद पर - तुममें कोई खासियत है -.....!!!
-
रश्मि
प्रभा
शुक्रवार, 16 सितंबर 2011
आत्मशक्ति का अंदाजा ....
जो खुश रहने का भ्रम देते हैं
उनकी आत्मशक्ति का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता ....!!!
- रश्मि प्रभा
गुरुवार, 15 सितंबर 2011
हिंदी हमारी मातृभाषा है ....
हिंदी हमारी मातृभाषा है, हमारा गर्व है
क्या करें - दूर के ढोल सुहाने लगते हैं
और उस ढोल पर चाल (स्टाइल) बदल जाती है .....!!!
- रश्मि प्रभा
बुधवार, 14 सितंबर 2011
जीतने की तीव्रता ....
हारना नियति नहीं , एक साधारण मसला है
गौर करनेवाली बात ये है -
कि जब जब तुम हारते हो , तुम्हारे जीतने की तीव्रता बढ़ती जाती है !
- रश्मि प्रभा
मंगलवार, 13 सितंबर 2011
अपनी शक्ति खुद ....
कोई तुम्हारे काँधे पर हाथ रखता है तो तुम्हारा हौसला बढ़ता है
पर जब किसी का हाथ काँधे पर नहीं होता ...
तुम अपनी शक्ति खुद बन जाते हो
और वही
शक्ति
ईश्वर है ....!!!!
- रश्मि प्रभा
सोमवार, 12 सितंबर 2011
खुद पर विश्वास ...
किसी के सर पर पाँव रखकर बढ़ने से बेहतर है
खुद पर विश्वास रखकर चलना
ऐसे में गिरने के ,चोट लगने के अपने मायने होते हैं ....!!!
- रश्मि प्रभा
शुक्रवार, 9 सितंबर 2011
हमारी माँग ...!!!
ईश्वर जितना देता है हमारी माँग उतनी ही बढ़ती जाती है
और उसके साथ मायूस शिकायतें भी ...!!!
- रश्मि प्रभा
गुरुवार, 8 सितंबर 2011
पहचान ...
गिफ्ट देने के ढंग से भी व्यक्ति की पहचान होती है
मिठाई का चयन बता देता है व्यक्ति का स्वभाव ...!!!
- रश्मि प्रभा
बुधवार, 7 सितंबर 2011
अच्छा होना ...
अच्छा होना अच्छी बात है
पर बहुत अच्छा होना घातक है ...!!!!
- रश्मि प्रभा
मंगलवार, 6 सितंबर 2011
दर्द ...
जो प्यार करते हैं
वे दर्द का मज़ाक नहीं बनाते ...
- रश्मि प्रभा
सोमवार, 5 सितंबर 2011
खूबसूरत जिल्द ...
झूठ के खूबसूरत जिल्द में सच ही मौन -
अपने होने का इंतज़ार करता है ......!!!
- रश्मि प्रभा
शनिवार, 3 सितंबर 2011
उचित विकास ...
जिस तरह फूल पौधों के उचित विकास के लिए
समय
समय पर काट छांट ज़रूरी है....
ठीक उसी तरह बच्चों को उचित बात सिखाने के लिए ...
समय
समय पर डांट ज़रूरी है......!!!!
- रश्मि प्रभा
शुक्रवार, 2 सितंबर 2011
बात ...
बातों को समझने से अधिक
ज्यादातर लोग उस पर बहस करना पसंद करते हैं
क्योंकि उन्हें मालूम है कि बहस के बाद बात ख़त्म हो जाती है !!
- रश्मि प्रभा
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