सोमवार, 15 अप्रैल 2013

चिंतन ...

अगर हम निराशा को ही सर्वस्व मान लें 
तो असंख्य रश्मियाँ भी रास्तों के अँधेरे नहीं मिटा सकती 
पर खुद पर भरोसा कर लें 
तो एक किरण भी काफी है ....
 
- रश्मि प्रभा
 

बुधवार, 3 अप्रैल 2013

चिंतन ...

जो अकबका कर तुमसे व्यक्तिगत बात कह जाये,
उसे किसी और से कहना तुम्हारे व्यक्तित्व को हल्का करता है ...

- रश्मि प्रभा