मंगलवार, 13 दिसंबर 2011

असली ज़िन्दगी ....

जो किनारे खड़े रहते है , वे क्या जाने लहरों से जूझना और जीवन को पाना 
असली ज़िन्दगी उनकी है जो मझधार में लहरों से उलझते हैं ...!!!
- रश्मि प्रभा 

5 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...