sundar vichar !
सटीक विचार
क्या सचमुच ?मैं भी कर देती हूँ ऐसा कभी -कभी !
सटीक विचार|
आजकल की दुनिया में दीदी, सच को झुठला देना बहुत आसान हो गया है ! सच एक लाचार बलि के बकरे से ज्यादा कुछ नहीं है !
Areeeeeeeeeeeeeee..... :(
Satya vachan
यह आत्म चिंतन पाठक को भी आत्म चिंतन के लिए बाध्य करता है।बहुत सुंदर विचार।
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
sundar vichar !
जवाब देंहटाएंसटीक विचार
जवाब देंहटाएंक्या सचमुच ?
जवाब देंहटाएंमैं भी कर देती हूँ ऐसा कभी -कभी !
सटीक विचार|
जवाब देंहटाएंआजकल की दुनिया में दीदी, सच को झुठला देना बहुत आसान हो गया है ! सच एक लाचार बलि के बकरे से ज्यादा कुछ नहीं है !
जवाब देंहटाएंAreeeeeeeeeeeeeee..... :(
जवाब देंहटाएंSatya vachan
जवाब देंहटाएंयह आत्म चिंतन पाठक को भी आत्म चिंतन के लिए बाध्य करता है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर विचार।