par ye bhi sach hai...bhagwan har achchhe logo ko jaldi bulata hai,...tabhi to Japan jaise shanti priya desh ko hi itne kasht..!
बेलगाम तृष्णाओं और उसकी समर्थक विचारधारओं नें प्रकृति को उग्र बना दिया है।
बिलकुल किया।
sach kaha...
प्रकृति स्वयं को संतुलित करती है ...यह मानव के ऊपर है कि उसका संतुलन न बिगाड़े ...नहीं तो ऐसी आपदाएं पृथ्वी के किसी भी हिस्से में आ सकती हैं
सुन्दर , सार्थक चिंतन ।
प्रकृति का संतुलन बिगाड़ कर हम स्वयं विनाश को आमंत्रण दे रहे हैं.
ye to satya hai, apani pragati aur anusandhan ka dam bharne vala isa samay bauna kyon ban jata hai?
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
par ye bhi sach hai...bhagwan har achchhe logo ko jaldi bulata hai,...tabhi to Japan jaise shanti priya desh ko hi itne kasht..!
जवाब देंहटाएंबेलगाम तृष्णाओं और उसकी समर्थक विचारधारओं नें प्रकृति को उग्र बना दिया है।
जवाब देंहटाएंबिलकुल किया।
जवाब देंहटाएंsach kaha...
जवाब देंहटाएंप्रकृति स्वयं को संतुलित करती है ...यह मानव के ऊपर है कि उसका संतुलन न बिगाड़े ...नहीं तो ऐसी आपदाएं पृथ्वी के किसी भी हिस्से में आ सकती हैं
जवाब देंहटाएंसुन्दर , सार्थक चिंतन ।
जवाब देंहटाएंप्रकृति का संतुलन बिगाड़ कर हम स्वयं विनाश को आमंत्रण दे रहे हैं.
जवाब देंहटाएंye to satya hai, apani pragati aur anusandhan ka dam bharne vala isa samay bauna kyon ban jata hai?
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