गुरुवार, 4 अगस्त 2011

सफल अभिनय ....

जब भी हमें लगता है कि सामनेवाला हमारे सच को समझ रहा है,
हम व्यस्तता का सफल अभिनय शुरू कर देते हैं ....।

- रश्मि प्रभा

4 टिप्‍पणियां:

  1. बिल्कुल सही कहा आपने.....और यह घटना बस कुछ पल के लिये नहीं होती.....सम्पूर्ण जिन्दगी तो ऐसी ही होती है..जहाँ हर कदम कदम पर ईश्वर हमे सच से रुबरु कराता है और जीवन का सच्चा रास्ता दिखाता है...पर हम बस भौतिकता में डुबे....खुद को बहुत व्यस्त और समयाभाव को कारण बता.....अपने मूल को ही भूल जाते है......यही सृष्टि है माया की.....और यही लीला है ईश्वर की।

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आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...