आज अर्थ की गहराई छू नहीं पाया!!
अपने बन्दों को प्यार जो इतना करता है
बेहतरीन ।
गंभीर बात
di ne kaha to gambhir hi hogi...sangeeta di:)
अच्छा!! ईश्वर हमें हमारी भ्रांति तोडकर जो दर्द देता है, खुद ईश्वर भी हमारी उसी वेदना से दुखी रहता है।
बहुत सुंदर...
aur sayad ye hi ham nhi jante hai... bhut gahra chintan...
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
आज अर्थ की गहराई छू नहीं पाया!!
जवाब देंहटाएंअपने बन्दों को प्यार जो इतना करता है
जवाब देंहटाएंबेहतरीन ।
जवाब देंहटाएंगंभीर बात
जवाब देंहटाएंdi ne kaha to gambhir hi hogi...sangeeta di:)
जवाब देंहटाएंअच्छा!! ईश्वर हमें हमारी भ्रांति तोडकर जो दर्द देता है, खुद ईश्वर भी हमारी उसी वेदना से दुखी रहता है।
जवाब देंहटाएंबहुत सुंदर...
जवाब देंहटाएंaur sayad ye hi ham nhi jante hai... bhut gahra chintan...
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