अँधेरा हमेशा रौशनी की तलाश के लिए उकसाता है.सूरज को छोड़िये,वह चाँद -तारों के सहारे भी आगे बढ़ जाता है.दीदी बहुत सुंदर उक्ति है
अँधेरे के बाद ही उजाला हैसब इसी में सिमटा हुआ है
Tera Har roop ek aashirwaad hai..! ILu..!
Aur yeh Aashirwaad hi aage badhne ki prerna deta hai.. Jivan main Kya baadha hai, jab tera sang hai, chaahe ho raat ya sabera...!
ये दोनो ही रंग एक दूसरे के होने की अनुभूति कराते हैं !
अँधेरा ही प्रकाश के महत्त्व को बताता है ..
दुखों की अनुभूति के बिना सुखो का सच्चा आनंद अनुभूत नहीं होता।
एकदम सही। दुख की अनुभूति हुये बगैर मानव सुख सही मायने मे क्या है यह कैसे जान सकता है। अच्छी सूक्ति।
kuchh aashish ki hame bhi jarurat hai:)
vipareet halaton men hi anukool ki khoj hoti hai aur usake mahatva ko samajh ja sakata hai.
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
अँधेरा हमेशा रौशनी की तलाश के लिए उकसाता है.
जवाब देंहटाएंसूरज को छोड़िये,वह चाँद -तारों के सहारे भी आगे बढ़ जाता है.
दीदी बहुत सुंदर उक्ति है
अँधेरे के बाद ही उजाला है
जवाब देंहटाएंसब इसी में सिमटा हुआ है
Tera Har roop ek aashirwaad hai..! ILu..!
जवाब देंहटाएंAur yeh Aashirwaad hi aage badhne ki prerna deta hai..
जवाब देंहटाएंJivan main Kya baadha hai, jab tera sang hai, chaahe ho raat ya sabera...!
ये दोनो ही रंग एक दूसरे के होने की अनुभूति कराते हैं !
जवाब देंहटाएंअँधेरा ही प्रकाश के महत्त्व को बताता है ..
जवाब देंहटाएंदुखों की अनुभूति के बिना सुखो का सच्चा आनंद अनुभूत नहीं होता।
जवाब देंहटाएंएकदम सही। दुख की अनुभूति हुये बगैर मानव सुख सही मायने मे क्या है यह कैसे जान सकता है। अच्छी सूक्ति।
जवाब देंहटाएंkuchh aashish ki hame bhi jarurat hai:)
जवाब देंहटाएंvipareet halaton men hi anukool ki khoj hoti hai aur usake mahatva ko samajh ja sakata hai.
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