सोमवार, 11 अप्रैल 2011

अंगूठे की अहमियत ...

एकलव्य बनने से पहले
अपने अंगूठे की अहमियत जानो .... !!

- रश्मि प्रभा

8 टिप्‍पणियां:

  1. प्रणाम !
    गंभीर चिंतन है . सही है कि पहले स्वयं का मूल्यांकन होना चाहिए फिर अन्य बात .
    सादर !

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  2. bahut sahi baat ...
    ek aur kahawat hai hindi mein ... ki ... jabtak daant rahta hai tab tak daant kee ahmiyat pata nahi chalta hai ...

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  3. Nice post.
    हमारे पूर्वज हमें ईश्वर से जोड़ते हैं.
    http://www.hamarivani.com/blog_post.php?blog_id=171

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  4. बहुत खूब ...एक सीधी... पर गंभीरतापूर्ण तथ्य

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  5. यह तो अति-लघु-कथा में गहन चिंतन है...

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यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...