बुधवार, 3 अक्तूबर 2012

चिंतन ...

बराबरी की चर्चा करते करते हमसब अपनी वास्तविक छवि से दूर हो गए. 
प्रश्न,समस्या से परे - तार्किक जिद्द ने 
दूसरी समस्या उत्पन्न कर दी है समाज में ... 
आधुनिकता - परिपक्व,दिशा निर्धारित सोच से संबंध रखती है, 
जो मार्ग अवरुद्ध कर दे उसे कपड़े और चाल से आधुनिकता नहीं कह सकते .

- रश्मि प्रभा

1 टिप्पणी:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...