मंगलवार, 9 अक्तूबर 2012

चिंतन ...

कोई भी व्यक्ति , घटनाक्रम, .... 
पूरी तरह तरह से सही नहीं होता , हो ही नहीं सकता - 
क्योंकि कहने सुनने समझने और लेने में अपनी सोच भी शामिल होती है....

- रश्मि प्रभा 

2 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...