बुधवार, 12 सितंबर 2012

चिंतन ...

शून्य से गुजरकर शून्यता की भाषा जानोगे 
याददाश्त खोने सी स्थिति से भी वाकिफ होगे
परिस्थितियों की तुलना कर सकोगे .....
यूँ हीं कुछ मत कहो 
शून्य से मिलकर ही कहो 
शोर की परिधि से शून्य की व्याख्या 
संभव नहीं !
- रश्मि प्रभा 

2 टिप्‍पणियां:

  1. शून्य का शांत अंतस से समझा जा सकता है ...
    सार्थक ...

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  2. Good thoughts!!

    There are only two journey. one is from zero to noise and second one from noise to zero. Both are required according to age.

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यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...