सोमवार, 12 दिसंबर 2011

खुदा मिलता है ....!!!

चाह लो तो खुदा मिलता है , 
आकाश मुट्ठी में होता है, 
फिर चाह में कंजूसी कैसी ! 

 - रश्मि प्रभा 

4 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...