आपके ही सौजन्य से आभार || बिकता है हर आदमी, भिन्न-भिन्न है दाम |सच्चा मोल चुकाय वो, पड़ता जिसको काम ||पड़ता जिसको काम , खरीदे देकर पैसा | करता न सम्मान, करे बदनाम हमेशा |पर रविकर यदि प्यार, ख़रीदे तुम्हें तोल के -बिक जाना तुम यार, वहाँ पर बिना मोल के ||
:):) प्यार के लिए समर्पित हो जाता है ...
क्या बात है ..वैसे संगीता जी सही कह रही है !
सही कहा, हर चीज बिकती है। मोल का विनिमय अलग अलग होता है।प्यार में 'अपनत्व' 'समर्पण' के मोल बिकता है।
बहुत सही ...बिक जाता है कोई कौड़ियों के मोल ....!!
बिल्कुल सही कहा।
maan li hamne ye baat:)
बिकता बिकता आदमी बहुत सही बात कही है
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
आपके ही सौजन्य से
जवाब देंहटाएंआभार ||
बिकता है हर आदमी, भिन्न-भिन्न है दाम |
सच्चा मोल चुकाय वो, पड़ता जिसको काम ||
पड़ता जिसको काम , खरीदे देकर पैसा |
करता न सम्मान, करे बदनाम हमेशा |
पर रविकर यदि प्यार, ख़रीदे तुम्हें तोल के -
बिक जाना तुम यार, वहाँ पर बिना मोल के ||
:):) प्यार के लिए समर्पित हो जाता है ...
जवाब देंहटाएंक्या बात है ..वैसे संगीता जी सही कह रही है !
जवाब देंहटाएंसही कहा, हर चीज बिकती है। मोल का विनिमय अलग अलग होता है।
जवाब देंहटाएंप्यार में 'अपनत्व' 'समर्पण' के मोल बिकता है।
बहुत सही ...बिक जाता है कोई कौड़ियों के मोल ....!!
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा।
जवाब देंहटाएंmaan li hamne ye baat:)
जवाब देंहटाएंबिकता बिकता आदमी
जवाब देंहटाएंबहुत सही बात कही है