शुक्रवार, 24 फ़रवरी 2012

नियति नहीं - तुम दोषी हो ...!!!

क्षमता हो , सच्ची लगन हो तो तुम्हें आगे बढ़ने से कोई रोक ही नहीं सकता 
पर यदि निराशा गहन हो जाए 
दूसरे का उपहास हिम्मत तोड़ जाए 
तो नियति नहीं - तुम दोषी हो 
 
- रश्मि प्रभा 

5 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...