जब कोई चीख कर अपनी बात सुनाना चाहता है तो वो खुद अपने दिल से उठती बात नहीं सुनना चाहता ....... शांत व्यक्ति जब चीखता है तो उसकी इस पीड़ा के नेपथ्य में कितने बवंडर होते अहि
सटीक बात!! लोग अक्सर इस तथ्य से अनजान रहते। व्यक्ति तभी चीखकर बताना चाहता है जब उसे स्वयं को अविश्वास होता है कि वह सही कह रहा है। या बात तर्कसंगत नहीं होती। अथवा मिथ्या आरोप प्रत्यारोप होता है। यही चिंतन अपेक्षित होता है।
जब कोई चीख कर अपनी बात सुनाना चाहता है तो वो खुद अपने दिल से उठती बात नहीं सुनना चाहता .......
जवाब देंहटाएंशांत व्यक्ति जब चीखता है तो उसकी इस पीड़ा के नेपथ्य में कितने बवंडर होते अहि
hmmm...
जवाब देंहटाएंसटीक बात!! लोग अक्सर इस तथ्य से अनजान रहते। व्यक्ति तभी चीखकर बताना चाहता है जब उसे स्वयं को अविश्वास होता है कि वह सही कह रहा है। या बात तर्कसंगत नहीं होती। अथवा मिथ्या आरोप प्रत्यारोप होता है।
जवाब देंहटाएंयही चिंतन अपेक्षित होता है।
BILKUL SAHI AUR SATEEK BAAT KAHI.
जवाब देंहटाएंbahut sahi vichar
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