शुक्रवार, 20 जनवरी 2012

सब गुरू बन जाते हैं ....

हत्‍या चोरी झूठ की परिभाषा सब जानते हैं, 
चश्‍मदीद गवाह बदल जाते हैं 
पर किसी मासूम की भूख से बेपरवाह
सब गुरू बन जाते हैं ....
- रश्मि प्रभा 

3 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...