बेशक!!चोट ही लोहे को गढती है।
सटीक ...
sach me....
Perfect !
And I ve chosen to be iron !
बहुत सटीक कथन..
bahut sahi ..!!
बहुत सटीक
100 % true.... it depends on attitude.
bilkul sahi
जो लोहा बन जाता है वही तो जी पाता है|सटीक क्षणिका|
यह तो व्यक्ति की इच्छा-शक्ति और जीवन के प्रति उसके दृष्टिकोण पर निर्भर करता है.सकारात्मक सोच एक अपाहिज में भी हिमालय की चोटी पर चढ़ने का जज्बा पैदा कर देता है.अत्यंत विचारोत्तेजक विचार.
koi jindgi bhar khada hi nahi ho pata..bas vahi dam tod deta hai...
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
बेशक!!
जवाब देंहटाएंचोट ही लोहे को गढती है।
सटीक ...
जवाब देंहटाएंsach me....
जवाब देंहटाएंPerfect !
जवाब देंहटाएंAnd I ve chosen to be iron !
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक कथन..
जवाब देंहटाएंbahut sahi ..!!
जवाब देंहटाएंबहुत सटीक
जवाब देंहटाएं100 % true.... it depends on attitude.
जवाब देंहटाएंbilkul sahi
जवाब देंहटाएंजो लोहा बन जाता है वही तो जी पाता है|
जवाब देंहटाएंसटीक क्षणिका|
यह तो व्यक्ति की इच्छा-शक्ति और जीवन के प्रति उसके दृष्टिकोण पर निर्भर करता है.सकारात्मक सोच एक अपाहिज में भी हिमालय की चोटी पर चढ़ने का जज्बा पैदा कर देता है.अत्यंत विचारोत्तेजक विचार.
जवाब देंहटाएंkoi jindgi bhar khada hi nahi ho pata..bas vahi dam tod deta hai...
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