ये बात आपने सोलह आने सही कही है दीदी ...
बिल्कुल सही कहा ..
गहरा गोता लगाकर लाया गया मोती!!जीवन की मनोदशा का यथार्थ!!_______________________________सुज्ञ: ईश्वर सबके अपने अपने रहने दो
बिल्कुल सच कहा है...
दीदी क्या आपका ये संकेत दोहरी छवियों वाले समझेंगे भी ???जल में कुम्भ कुम्भ में जल है बाहर भीतर पानी फूटा कुम्भ जल जलहि समाना,यहु तत कहौ गियानी ..आपका और कबीर दोनों का संकेत एक है दीदी ....काश हम थोड़ा और गहरे डूबते !
कई बार,बाहरी प्रयासों से भीतर भी सुधार होता है। सब कुछ निर्भर इस पर करता है कि जड़ता कितनी कम अथवा ज़्यादा है।
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
ये बात आपने सोलह आने सही कही है दीदी ...
जवाब देंहटाएंबिल्कुल सही कहा ..
जवाब देंहटाएंगहरा गोता लगाकर लाया गया मोती!!
जवाब देंहटाएंजीवन की मनोदशा का यथार्थ!!
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सुज्ञ: ईश्वर सबके अपने अपने रहने दो
बिल्कुल सच कहा है...
जवाब देंहटाएंदीदी क्या आपका ये संकेत दोहरी छवियों वाले समझेंगे भी ???
जवाब देंहटाएंजल में कुम्भ कुम्भ में जल है बाहर भीतर पानी
फूटा कुम्भ जल जलहि समाना,यहु तत कहौ गियानी ..
आपका और कबीर दोनों का संकेत एक है दीदी ....काश हम थोड़ा और गहरे डूबते !
कई बार,बाहरी प्रयासों से भीतर भी सुधार होता है। सब कुछ निर्भर इस पर करता है कि जड़ता कितनी कम अथवा ज़्यादा है।
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