बुधवार, 29 मई 2013

चिंतन ...

जो आत्महत्या कर लेते हैं 
वे मर जाने की धमकी नहीं देते 
वह एक क्षण का घना सन्नाटा होता है 
जिस सन्नाटे में मरनेवाला सारे कर्तव्य अधिकार भय से परे होता है .... 
- रश्मि प्रभा 

6 टिप्‍पणियां:

  1. इतना सन्नता कि सोचने की शक्ति खत्म हो जाती है ...

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  2. सच दीदी
    बहुत पत्थर-दिल होते हैं आत्महत्या करने वाले....
    और जो मरने की धमकियाँ देते हैं
    उन्हीं लोगों को मौत से डर लगता है

    सादर

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  3. समझ नहीं आता आत्महत्या करने वाला बहादुर होता है या कायर ! यह जो भी हो पल भर का चरम आवेश होता है ! उस पल के बीत जाने पर वही व्यक्ति फिर ऐसा कदम नहीं उठा सकता !

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  4. क्या कहा जाए ? बहुत सार्थक बात । बधाई । सस्नेह

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