शुक्रवार, 10 मई 2013

चिंतन ...

आलोचना करना भी अद्भुत असाधारण क्षमता है 
आवेशित,आक्षेपित मार्ग से अलग सही ढंग से सही-गलत को 
प्रस्तुत करना सबके वश की बात नहीं ! 
 
- रश्मि प्रभा 


5 टिप्‍पणियां:

  1. प्रशंसा करने से कहीं दुष्कर आलोचना करना है वह भी बिलकुल तटस्थ आलोचना ! किसी भी तरह के पूर्वाग्रह से एकदम स्वतंत्र !

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  2. सच में निष्पक्ष आलोचना करना बहुत कठिन कार्य है...

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  3. आलोचना करने के लिए ज्ञान का असीमित भंडार चाहिए ..
    इसी वजह से आलोचना करना आसान काम नहीं .....

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यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...