आत्मा मरती तो नहीं पर मार दी जाती है ।
अय, अमरते तू !क्यों कर लुभाती है ?इन चिर श्रमित ,नीरस प्राणों कोझकझोर हिलाती है!यथार्थ दर्शन !
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
आत्मा मरती तो नहीं पर मार दी जाती है ।
जवाब देंहटाएंअय, अमरते तू !
जवाब देंहटाएंक्यों कर लुभाती है ?
इन चिर श्रमित ,
नीरस प्राणों को
झकझोर हिलाती है!
यथार्थ दर्शन !