सटीक ....
सत्य वचन...
बिलकुल सही ! लेकिन कभी-कभी सत्य इतना वीभत्स एवँ भयावह होता है कि उसके साथ होने पर श्रेष्ठता का नहीं वरन शर्मिंदगी का एहसास होता है !
सत्य कहा आपने
लेकिन जब सच ही शर्मनाक हो तो क्या करे ...
कभी कभी सच हृदय विदारक होता है तब उसे भी बैसाखियों की आवश्यकता पडती है !
सत्य वचन....आभारअनु
सही कहा आपने |नई पोस्ट:- हे माँ दुर्गा
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
सटीक ....
जवाब देंहटाएंसत्य वचन...
जवाब देंहटाएंबिलकुल सही ! लेकिन कभी-कभी सत्य इतना वीभत्स एवँ भयावह होता है कि उसके साथ होने पर श्रेष्ठता का नहीं वरन शर्मिंदगी का एहसास होता है !
जवाब देंहटाएंसत्य कहा आपने
जवाब देंहटाएंलेकिन जब सच ही शर्मनाक हो तो क्या करे ...
जवाब देंहटाएंकभी कभी सच हृदय विदारक होता है तब उसे भी बैसाखियों की आवश्यकता पडती है !
जवाब देंहटाएंसत्य वचन....
जवाब देंहटाएंआभार
अनु
सही कहा आपने |
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