मंगलवार, 31 मई 2011

ढाल ....

दु:ख की नाव से उतरकर जब हम बीज लगाते हैं आने वाले कल के लिये
तो वह नाव ही ढाल बनती है ... ।


- रश्मि प्रभा

4 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...