मंगलवार, 10 मई 2011

वह मां ....

वह पिता जो खुद में देवदार हो
उसे किसी के काँधे की ज़रूरत नहीं होती
वह माँ
जिसकी पूरी ज़िन्दगी उसके बच्चे हो
उसके चेहरे पर उनकी हथेलियाँ होती हैं
ताकि कभी आँखों में नमी न हो !

- रश्मि प्रभा

2 टिप्‍पणियां:

  1. आदमी और औरत का फर्क हमेशा से रहा है और रहेगा ...पेड़ जो फल देता है वो ही पथिक को छाया भी देता है ...

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यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...