सुख पाने की तृष्णा का भी अंत नहीं।
jitna mile utana kam hi hota hai,bahut hi sahi bat kahi hai apne...
और अधिक पाने की लालसा !
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
सुख पाने की तृष्णा का भी अंत नहीं।
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