शनिवार, 27 अगस्त 2011

नदी बनना ....

समंदर बनने की ख्वाहिश लिए
लोग नदी बनना भूल जाते हैं ......!!!

- रश्मि प्रभा

7 टिप्‍पणियां:

  1. आपके इस बेहतरीन विचार ने तो नि:शब्‍द कर दिया ...गहन भाव लिये उत्‍कृष्‍ट प्रस्‍तुति ।

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  2. सच कहा ... वैसे तो इंसान एक बूँद भी बन जाये तो जीवन सार्थक है ...

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  3. वाह असली मोतियों की माला है यह ब्लॉग

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  4. किसका सच किसने जाना ...
    नदी के बहाव को नहीं समझते , तो समन्दर बन जाने की ख्वाहिश मिथ्या ही है!

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यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...