सोमवार, 25 जुलाई 2011

सही होकर भी ....

खूनी प्रवृति को कभी पश्चाताप नहीं होता ,
पर क्षण विशेष में - प्रत्युत्तर में दी गई गाली , उठाया हुआ हाथ -
अपने अन्दर सही होकर भी मरता रहता है !


- रश्मि प्रभा

6 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...