गुरुवार, 28 जुलाई 2011

टुकड़े टुकड़े ....

एक झूठ कहते कटघरे में खड़ा सच्चा मन
टुकड़े टुकड़े मरता है .........!!

- रश्मि प्रभा


4 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...