मंगलवार, 4 सितंबर 2012

चिंतन ...

जटायु होना न सहज है , न सरल है . और अधिकाँश लोग सीख भी नहीं सकते , क्योंकि उनकी उत्सुकता अपनी मंशा में होती है .... जैसे वह पूछेगा , सीता को कैसे पकड़ा था रावण ! या - मारा वारा भी क्या !! जटायु आदमी नहीं था न !!!

- रश्मि प्रभा 

3 टिप्‍पणियां:

  1. इतनी गहन सोच
    हम लोगों का मन अब आधुनिक हो गया है न
    हमारी सोच सिर्फ हँसने-हँसाने मे ही सिमट गई है

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  2. आदमी होना ही तो भयानक है ... गहन चिंतन

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