सोमवार, 24 सितंबर 2012

चिंतन ...

नारी - सीता भी , राधा , मीरा , सावित्री ...... भी 
नारी ही शूर्पनखा , पूतना , होलिका , मन्थरा ...... 
जब सीता के लिए हम लिखते हैं तो पूतना का विरोध - हास्यास्पद होगा न !

- रश्मि प्रभा 

2 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...