शुक्रवार, 18 नवंबर 2011

चिंतन का अस्तित्व....

चिंतन का अस्तित्व व्यापक है , बिना चिंतन मार्ग चयन संभव नहीं .... 
व्यंग्य हो आवेश हो .... पर चिंतन हो , 
समय  तभी बदलता है !
 - रश्मि प्रभा 

4 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...