बुधवार, 17 अगस्त 2011

सत्‍य ....

झूठ द्रुत गति से चलता है , सत्य में ठहराव होता है
झूठ हर दिन नए कलेवर में होता है
सत्य कुम्हलाता ज़रूर है - पर अमर है ....!!!

- रश्मि प्रभा

7 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...