बुधवार, 29 मई 2013

चिंतन ...

जो आत्महत्या कर लेते हैं 
वे मर जाने की धमकी नहीं देते 
वह एक क्षण का घना सन्नाटा होता है 
जिस सन्नाटे में मरनेवाला सारे कर्तव्य अधिकार भय से परे होता है .... 
- रश्मि प्रभा 

मंगलवार, 21 मई 2013

चिंतन ...

सत्य वह नहीं जो हम जीते हैं ..... 
सत्य वह है जिसे हम चाहकर भी नहीं जी पाते !!

- रश्मि प्रभा 

शुक्रवार, 10 मई 2013

चिंतन ...

आलोचना करना भी अद्भुत असाधारण क्षमता है 
आवेशित,आक्षेपित मार्ग से अलग सही ढंग से सही-गलत को 
प्रस्तुत करना सबके वश की बात नहीं ! 
 
- रश्मि प्रभा 


बुधवार, 1 मई 2013

चिंतन ...

लड़ने से या दोषारोपण से 
हम कोई हल नहीं निकाल पाते 
सिवाय क्षणिक जीत के सिवा 
सहेजने को कुछ नहीं होता ...

- रश्मि प्रभा 

सोमवार, 15 अप्रैल 2013

चिंतन ...

अगर हम निराशा को ही सर्वस्व मान लें 
तो असंख्य रश्मियाँ भी रास्तों के अँधेरे नहीं मिटा सकती 
पर खुद पर भरोसा कर लें 
तो एक किरण भी काफी है ....
 
- रश्मि प्रभा
 

बुधवार, 3 अप्रैल 2013

चिंतन ...

जो अकबका कर तुमसे व्यक्तिगत बात कह जाये,
उसे किसी और से कहना तुम्हारे व्यक्तित्व को हल्का करता है ...

- रश्मि प्रभा 

बुधवार, 20 मार्च 2013

चिंतन ...

ज़िन्दगी उलझती,टूटती पैबन्दों के संग चलती है 
बिना सलवटों की ज़िन्दगी भी भला ज़िन्दगी होती है !

- रश्मि प्रभा