हमें खिलखिलाती हँसी की ही तलाश है दी, प्लीज़ हँसिए नः)
हम्म.... पर सन्नाटा क्यों ? हंसी नहीं तो क्रोध हो ...खीज हो .... :):) अब मुस्कुराइए ।
आज के हालात में इससे ज्यादा की आशा व्यर्थ है...
सन्नाटा खिलखिलाती हंसी के स्वागत के लिये ज़मीन ही तो तैयार करता है !
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
हमें खिलखिलाती हँसी की ही तलाश है दी, प्लीज़ हँसिए नः)
जवाब देंहटाएंहम्म.... पर सन्नाटा क्यों ? हंसी नहीं तो क्रोध हो ...खीज हो .... :):) अब मुस्कुराइए ।
जवाब देंहटाएंआज के हालात में इससे ज्यादा की आशा व्यर्थ है...
जवाब देंहटाएंसन्नाटा खिलखिलाती हंसी के स्वागत के लिये ज़मीन ही तो तैयार करता है !
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