शनिवार, 24 सितंबर 2011

हौसलों की पगडण्डी ....

बढ़े हुए कदम कभी पीछे नहीं होते
आगे जब कुछ नज़र नहीं आता
तो हौसलों की पगडण्डी बन जाती है...!!!

- रश्मि प्रभा

1 टिप्पणी:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...