महाभारत और गीता आज भी सत्य हैं, क्योंकि उसमें
हर तरह की बुराई दिखाई गई है, जिससे आम इन्सान
उसमें शामिल होने से पहले परिणाम सोच ले ..........।
- सुमन सिन्हा
बहुत सुन्दर विचार!
Sachchi baat...
आपकी कही बात सही है पर लगता है कलयुग में सबकुछ उल्टा हो रहा है ...
नमस्कार !गीता को अगर कोई आत्मसात करे तो दुनियादारी क्या है , जीव क्या है और जीवन क्या है वो भली भाँती समझ जाए . ,साधुवाद ! उतम विचार के लिए .!
सत्य वचन !
सुन्दर विचार। धन्यवाद।
ji ha ye aaj bhi prasangik hai....
यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्साहन से एक नये विचार को जन्म देगा ..आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...
बहुत सुन्दर विचार!
जवाब देंहटाएंबहुत सुन्दर विचार!
जवाब देंहटाएंSachchi baat...
जवाब देंहटाएंआपकी कही बात सही है पर लगता है कलयुग में सबकुछ उल्टा हो रहा है ...
जवाब देंहटाएंनमस्कार !
जवाब देंहटाएंगीता को अगर कोई आत्मसात करे तो दुनियादारी क्या है , जीव क्या है और जीवन क्या है वो भली भाँती समझ जाए . ,
साधुवाद ! उतम विचार के लिए .!
सत्य वचन !
जवाब देंहटाएंसुन्दर विचार। धन्यवाद।
जवाब देंहटाएंji ha ye aaj bhi prasangik hai....
जवाब देंहटाएंसत्य वचन !
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