शनिवार, 5 नवंबर 2011

स्‍नेहिल हाथ ....

 जब सर पर स्नेहिल हाथ की ज़रूरत हो तो अनेक शब्द भी कुछ नहीं कर पाते 
और अगर ख़ामोशी हो तो कई सोच धराशाई हो जाती है ...
 
- रश्मि प्रभा 

3 टिप्‍पणियां:

यह प्रेरक विचार आपके प्रोत्‍साहन से एक नये विचार को जन्‍म देगा ..
आपके आगमन का आभार ...सदा द्वारा ...