शुक्रवार, 20 जून 2014

चिंतन ....

किसी के आगे इतना मत झुको कि अपनी पहचान न रहे,
न ही किसी को इतना झुकाओ कि तुम तानाशाह लगने लगो .... 


- रश्मि प्रभा 

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